तबलीगी जमात वाले कोरोना मरीज़ अपने ही डॉक्टर्स और नर्स के लिए बन गए हैं मुसीबत का सबब
तबलीगी जमात से जुड़े सदस्यों को लेकर अब एक और शर्मनाक आरोप लग रहा है. आरोप है कि वे अब उनका इलाज करने वाली नर्सों के साथ ही अश्लीलता कर रहे हैं. बिना पैंट पहने घूम रहे हैं. गंदे इशारे कर रहे हैं.
आरोप है कि वे उन्हें देखते ही गंदे गाने गा रहे हैं. अस्पताल के स्टाफ से बीड़ी-सिगरेट जैसी मांग कर रहे हैं. बिना पैंट पहने ही अस्पताल में घूम रहे हैं. आलम यह हो गया है कि अब अस्पताल प्रशासन को उन्हें पुलिस को आवेदन देकर मदद मांगने की नौबत आ गई है. इस संबंध में गाजियाबाद के एमएमजी हॉस्पिटल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से लिखित शिकायत कर मदद मांगी है.

डॉक्टर्स पर थूकने का भी लगा है आरोप...
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) दीपक कुमार ने बताया है, ‘ये लोग सुबह से अनियंत्रित थे और खाने पीने की अनुचित मांग कर रहे थे. उन्होंने क्वारंटाइन सेंटर के कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार किया. इसके अलावा उन्होंने काम करने वाले सभी लोगों और डॉक्टरों पर थूकना शुरू कर दिया. हॉस्टल बिल्डिंग में भी घूम रहे थे.’
बता दें कि दिल्ली की निजामुद्दीन इमारत से कुल 2361 लोग निकाले गए थे. इसमें से 617 को अस्पताल में और अन्य लोगों को क्वारंटाइन में भर्ती कराया गया है. वहीं, मरकज़ (Nizamuddin Markaz) से निकाले गए करीब 2,300 से ज्यादा लोगों को क्वारंटाइन सेंटर और अस्पताल में भर्ती कराया गया है. उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) दीपक कुमार ने बताया कि तबलीगी जमात निज़ामुद्दीन के 167 लोग कल रात 9 बजकर 40 मिनट पर 5 बसों में तुगलकाबाद क्वारंटाइन सेंटर पहुंचे थे. 97 लोगों को डीजल शेड ट्रेनिंग स्कूल हॉस्टल में और बाकी 70 को RPF बैरक क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है. उन्होंने कहा कि इन लोगों ने कर्मचारियों के साथ बुरा व्यवहार किया और डॉक्टरों समेत अन्य लोगों पर थूकना शुरू कर दिया.
वहीं, इस माहौल के बीच बीजेपी के बड़बोले नेता कपिल मिश्रा ने अपने ट्वीट में दावा करते हुए लिखा है, ‘तबलीगी जमात के लोगों ने अब क्वारंटाइन केंद्रों के कर्मचारी और डॉक्टरों पर थूकना शुरू कर दिया. स्पष्ट है, इनका इरादा ज्यादा से ज्यादा लोगों को कोरोना करना और उन्हें मारना है. ये आतंकवादी हैं और इनका आतंकवादियों जैसा इलाज ही करना पड़ेगा.’