कोविड-19 की रोकथाम के लिये यूपी में गठित टीम-09 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दिशा-निर्देश
कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए सरकार सतत आवश्यक कदम उठा रही है. शुक्रवार (30 अप्रैल) रात 8 बजे से मंगलवार (4 मई) की सुबह 7 बजे तक प्रदेशव्यापी साप्ताहिक बंदी प्रभावी है. इसे दो दिन और विस्तार दिया जा रहा है. अब प्रदेश में 6 मई की सुबह 7 बजे तक आंशिक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी रहेगा.
सरकार की ओर से जारी की गई सूचना के मुताबिक, इस अवधि में आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं सतत जारी रहेगी. दवा, सब्जी की दुकानें, औद्योगिक इकाइयां आदि सतत संचालित होंगी. कहीं भी अनावश्यक भीड़ न लगे. सरकार के मुताबिक, बीते 24 घंटों में प्रदेश में 29,192 नए कोविड केस की पुष्टि हुई है, जबकि इसी अवधि में 38,687 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए है. प्रदेश में अब तक 10,43,134 लोगों ने कोविड को हरा दिया है. प्रदेश में नए कोविड केस कम हो रहे हैं, जबकि रिकवरी दर बेहतर हो रही है. वहीं, राज्य सरकार का दावा है कि यूपी सर्वाधिक टेस्टिंग करने वाला राज्य है. बीते 24 घंटों में 2,29,440 सैम्पल टेस्ट हुए जिसमें 1,29,000 टेस्ट केवल आरटीपीसीआर माध्यम से हुए. ‘टेस्ट, ट्रैक ट्रीट’ के मंत्र के अनुरूप कार्यवाही तेजी से करने के भी निर्देश दिये गए हैं.
कोरोना के मरीजों की सेवा कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को मानदेय
कोविड का इलाज करने वालों को मानदेय कोविड से संबंधित कार्यों में संलग्न सभी स्वास्थ्यकर्मियों, चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ, हाउसकीपिंग स्टाफ, स्वच्छता कर्मी, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं आदि की सेवाएं सेवाभाव और कर्तव्यपरायणता का उत्कृष्ट उदाहरण है. सरकार ऐसे कार्मिकों को प्रोत्साहन स्वरूप अतिरिक्त मानदेय प्रदान करेगी. अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिवसों के लिए वर्तमान वेतन या मानदेय का 25 फीसदी अतिरिक्त देय होगा.
इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय प्रदान किया जाएगा. यह अतिरिक्त मानदेय ड्यूटी के उपरांत इनके आइसोलेशन अवधि के लिए भी दिया जाएगा. मेडिकल अथवा नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी कोविड सेवा कार्य में ली जाएंगी. सेवानिवृत्त स्वास्थ्य कर्मियों, अनुभवी चिकित्सकों, एक्स सर्विसमैन के अनुभवों का भी लाभ लिया जाए. उन्हें भी कोविड कार्य से जोड़ा जाए. सभी को नियमानुसार मानदेय प्रदान किया जाएगा. इस संबंध में यथाशीघ्र आदेश जारी कर दिया जाए.
कोरोना की दूसरी लहर 50 गुना अधिक संक्रामक
बता दें कि कोविड का वर्तमान स्ट्रेन लगातार रूप बदल रहा है. यह पहली लहर की तुलना में 30 से 50 गुना अधिक संक्रामक है. कुछ केस में देखा गया है कि कोविड टेस्ट में भी इसकी पुष्टि नहीं हो रही है, जबकि सीटी स्कैन में पता लग रहा कि लंग्स कोविड से प्रभावित है. ऐसे में हमें और सतर्कता के साथ काम करने की जरूरत है.