एक फोटोग्राफर के लिए ख़राब मौसम जैसा कोई मौसम नहीं होता. हर मौसम उसके लिए नई तरह की तस्वीरें लेने का एक नया मौका होता है.
अतुल हुंडू
बारिश का मौसम तस्वीरों की नई संभावनाएं लेकर आता है. इस समय ज़्यादातर फोटोग्राफर अपने घर से बाहर निकलने में हिचकते हैं. वहीं, आप अगर तैयार हैं तो आपके लिए यह उम्दा तस्वीरें लेने का सुनहरा अवसर है. एक फोटोग्राफर के लिए ख़राब मौसम जैसा कोई मौसम नहीं होता. हर मौसम उसके लिए नई तरह की तस्वीरें लेने का एक नया मौका होता है.

बरसात में रौशनी पड़ने से जगमगाती सड़के आकर्षक लगती है. किसी लैंडस्केप या ईमारत की तस्वीर लेते समय आसमान में छाए घने काले बादल किसी सामान्य सी तस्वीर को विशेष बना देते है. बारिश के वक्त अक्सर रौशनी की कमी के अलावा पानी की तेज़ बौछार फोटोग्राफी में मुश्किल पैदा करती है. ऐसे में थोड़ी तैयारी के साथ सही एक्सपोज़र सेटिंग्स और कैमरा एंगल का चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है. अगर आप की किस्मत अच्छी हुई तो कभी-कभी बारिश और सूरज की रौशनी साथ साथ मिल जाते हैं. ऐसा बहुत कम होता है लेकिन उस समय ली गई तस्वीरें बहुत अलग दिखती हैं.
बारिश के प्रकार और तस्वीरों की गुंजाइश…
- मुख्यत: बारिश को तीन भागों में बांट सकते हैं. हल्की महीन बूंदें, तेज़ बारिश और तेज हवा के साथ तूफानी बारिश.
- हल्की बूंदा बांदी में तस्वीरें लेना ज़्यादा मुश्किल नहीं होता.
- तेज़ हवा के साथ हो रही बारिश में तस्वीरें लेना बहुत बहुत मुश्किल भरा ज़रूर है. समय समय पर बारिश की दिशा भी हवा के साथ बदलती बदलती रहती है. इस दौरान आपके इंस्ट्रूमेंट के भीग जाने का खतरा बना रहता है.
- तेज़ बारिश में तेज़ हवा की तरह उतनी परेशानी नहीं होती. सड़क पर आते-जाते वाहन, नियांन बोर्ड्स व शहर की जगमगाती ईमारते की रौशनी, पानी में भीगती हुई सड़क पर पड़कर नई तस्वीरों की संभावनाएं पैदा करती है. बस ज़रुरत है सावधानी पूर्वक अपने स्मार्टफोन को बारिश से बचा कर तस्वीरें लेने की.
आइए बात करें की किस तरह बेहतर तस्वीर ली जा सकती है…
- फ्रेमिंग करते वक़्त तस्वीर में ड्रामा बढ़ने के लिए तस्वीर को थोड़ा अंडर एक्सपोज़ किये जाने से रंग निखार आते है। इससे आसमान के बादलोंं में डिटेल बढ़ जाती है.
- एचडीआर इफेक्ट्स के साथ बदल और घने और गहरे आते है. मैन्युअल या प्रो-सेटिंग्स में आग अलग शटर स्पीड का चुनाव भी फोटो में अलग-अलग इफ़ेक्ट के लिए किया जा सकता है.
- इन्द्रधनुष सिर्फ बारिश के बाद ही निकलता है. इंद्रधनुष की तस्वीर लेते वक़्त स्पॉट मीटरिंग का प्रयोग फायदेमंद हो सकता है. आप सही एक्सपोजर के लिए एक्सपोजर कंपनसेशन का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. पोलराइज़िंंग फ़िल्टर का सही प्रयोग भी सैचुरेशन और कंट्रास्ट को बढ़ा सकता है.
- पत्तों पर पानी की लटकती बूंदों की तस्वीरें भी फोटोग्राफी के लिए बढ़िया सब्जेक्ट है. आप बूंदों के माइक्रोशॉट भी ले सकते हैं.

- बादलों की गरज के बीच चमकती आकाशीय बिजली को कैद करने का सबसे अच्छा तरीका है बिजली गिरने की दिशा का अनुमान लगाकर कैमरा को स्टैंड या किसी सपोर्ट की सहायता से टिका दिया जाए. स्मार्टफोन कैमरा में लॉन्ग एक्सपोजऱ सेट करें. आप प्रो-मोड/मैन्युअल सेटिंग्स में जाकर रौशनी के अनुसार 5 से 10 सेकंड से आस-पास शटर स्पीड लगा लें. उन स्मार्टफोन में यह स्पीड नहीं मिलती वो प्ले स्टोर से कोई कैमरा एप्प चुन सकते हैं. एक अच्छी तस्वीर के लिए आपको कई बार भी क्लिक करना पड़ सकता है.
- बरसात में मस्ती करते लोग (खासकर बच्चे) फोटोग्राफी के लिए अच्छा सब्जेक्ट हो सकते है। उनके हाव-भाव को तस्वीरोंं में कैद कर बढ़िया तस्वीरें बनाई जा सकती है.
- बारिश की बूंदे, जब तक की तेज़ बारिश न हो फोटो में आसानी से नहीं दिखती. ऐसे में सड़क पर बिखरे पानी में आसपास के राहगीर, इमारतों आदि के रिफ्लेक्शन भी आप के लिए अच्छे सब्जेक्ट हो सकते है. रिफ्लेक्शन में दिखते लोग तस्वीर में एक नया आकर्षण पैदा करते है.

- खासतौर पर रात में रंगीन रौशनियों के रिफ्लेक्शन और भी अद्भुद लगते हैं. इसके लिए सही एंगल, व्यू पॉइंट व एक्सपोजऱ सेटिंग्स का चुनाव करें. तस्वीरें बैठकर लेना एक अच्छा तरीका है. एडिटिंग के वक़्त आप तस्वीर को 180 डिग्री पर घुमा भी सकते हैं. इससे तस्वीर ज़्यादा प्रभावशाली लगती है.
- रिफ्लेक्शन क्लिक करते वक़्त सबसे महत्वपूर्ण बात है फोकसिंग पॉइंट का चुनाव. सड़क की जगह रिफ्लेक्शन में दिख रहे सब्जेक्ट पर फोकस करे. सड़क को अगर फोकस में रखा तो रेलेक्शन में दूर दिख रहा सब्जेक्ट आउट ऑफ़ फोकस हो जाएगा.
- आसमान में चाहे घने काले बादलों की फार्मेशन हो या बारिश में बीच या बादलों से झांकती सूरज की रौशनी या फिर उनके बीच दिखता नीला आसमान यह सभी फोटोग्राफर के लिए विशेष आकर्षण है.
- सड़क पर भरे पानी में गुज़र रहे वाहन से उछल कर बिखरता पानी भी एक अच्छा सब्जेक्ट है लेकिन ध्यान रखे के इसमें आप के भीग जाने का भी खतरा बना रहता है.

- कार या खिड़की पर पड़ी पानी की बूंदो को फोकस में रखने से बाहर की दुनिया को आउट ऑफ़ फोकस करना भी एक अच्छा तरीका हो सकता है. बूंदे एब्स्ट्रैक्ट फोटोग्राफी के लिए अच्छा सब्जेक्ट भी है. बारिश की बूंदे लेंस की तरह भी काम करती है.
- रौशनी के विपरीत दिशा से फोटो लेने पर बारिश के पानी की बूंदे ज़्यादा बेहतर दिखाई देती है. इसके लिए आप सूरज या किसी लैम्पपोस्ट या किसी गुज़र रहे वहां की रौशनी का इस्तेमाल किया जा सकता है.
- बारिश में धुली शहर की इमारते, स्मारक और शहर की स्काइलाइन की तस्वीरें बेहतरीन आती है. कभी कभी बारिश के तुरंत बाद बादलों से छनकर आती मुलायम रौशनी फोटोग्राफ में नयापन जोड़ देती है.
- मुख्यतः बारिश में तस्वीरें लेते समय दो समस्याएंं होती हैं. पहली अपने स्मार्ट फ़ोन सीएएम को कैसे बारिश से बचाए, दूसरा कैसे काम रौशनी में बेहतर तस्वीर लेंं.
आइए जानें की बारिश के इस मौसम में क्या-क्या सावधानियां बरतें…

- सबसे पहली और ज़रूरी बात है साथ में छाता रखना. छाता अगर रंग-बिरंगा हो तो और अच्छा है. बारिश से बचने के अलावा ज़रुरत पड़ने पर उसे तस्वीर में शामिल भी किया जा सकता है.
- ज़िप पाउच या पाली रैप का प्रयोग
- गुब्बारे को मोबाइल स्किन की तरह प्रयोग कर सकते हैं.
- अपनी जेब में हमेशा एक छोटा तौलिया या कपड़ा रखें.
- सही स्थान का चुनाव भी महत्वपूर्ण सिद्ध हो सकता है. जैसे किसी पोर्च या किसी शेड के नीचे से बिना भीगे आसानी से तस्वीर ली जा सकती है.
- कार में बैठकर तस्वीरें लेना बारिश में सबसे बेहतर है. आप अलग-अलग जगहों पर अपने हिसाब से एंगल का चुनाव कर सकते हैं.
- वातावरण में जितना ड्रामा होगा तस्वीरें उतनी ही यादगार और कलात्मक बनेगी. बस, इन मुश्किल स्थितियों में ध्यानपूर्वक अपने स्मार्टफ़ोन को इस्तेमाल करना चाहिए.
- चाहे आप भीग जाएंं आप का इंसिनसट्रुमेंट नहीं भीगना चाहिए. अपने इंस्ट्रमेंट की सेफ्टी के लिए वो सब कुछ इस्तेमाल किया जा सकता है जो आप के पास आसानी से मिल जाए.
(लेखक अतुल हुंडू से आप उनकी ईमेल आईडी [email protected] पर सम्पर्क कर सकते हैं.)