लखनऊ. क्लाइमेट एजेंडा द्वारा राम स्वरूप मेमोरियल यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राओं के साथ मंगलवार को विश्व स्वच्छ वायु दिवस पर स्वच्छ वायु के अधिकारों पर वेबिनार का आयोजन किया गया. इसमें उत्तर प्रदेश में वायु प्रदूषण की समस्या, वायु गुणवत्ता निगरानी स्टेशन्स की महत्ता एवं राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्ययोजना के संदर्भ में संवाद किया गया.

“वेबिनार में मुख्य वक्ता सुनील दहिया, सेंटर फॉर रिसर्च ऑन एनर्जी एंड क्लीन एयर के विश्लेषणकर्ता ने बताया ने वायु प्रदूषण की समस्या देश के बड़े शहरों से ज़्यादा उत्तर भारत के सभी छोटे-बड़े शहरों में है. प्रदूषण को कम करने के लिए सरकार ने एक महत्वकांक्षी राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्ययोजना बनाई लेकिन इस नीति का कार्यान्वयन में अभी भी बहुत पीछे है. आम जनता की भागीदारी, सरकार प्रशासन के साथ संगठित हो कर ही हम स्वच्छ हवा के लक्ष्य को आगे बढ़ा सकते हैं.”
“क्लाइमेट एजेंडा के सह निदेशक रवि शेखर जी ने बताया कि स्वच्छ हवा का अधिकार प्रदेशवासियों को तब तक नही मिल सकता जब तक सरकार एवं संबंधित सभी विभाग अपनी ज़िम्मेदारी को नही निभाते. इसके साथ ही वायु प्रदूषण और अन्य पर्यावरणीय मुद्दों को अब समय है कि वैज्ञानिक या तकनीकी भाषा से बाहर निकाल कर सामाजिक भाषा मे लाया जाये इससे ना केवल इन मुद्दों में जन सहभागिता बढ़ेगी बल्कि आम जनता अपने स्वच्छ एवं स्वस्थ जीवन के अधिकारों के प्रति सचेत हो कर सरकार और प्रशासन को उनकी ज़िम्मेदारी के प्रति सचेत भी कर सकेंगे.”
बता दें कि पिछले वर्ष संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम द्वारा 7 सितंबर को “नीले आसमान के लिए स्वच्छ हवा का अंतर्राष्ट्रीय दिवस” घोषित किया. आज इस दिवस के उपलक्ष्य में इस ज़ूम के माध्यम से वेबिनार का आयोजन किया गया. वेबिनार को संचालन क्लाइमेट एजेंडा से पुष्पम सिंघल ने किया और धन्यवाद ज्ञापन संध्या शुक्ला ने दिया. वेबिनार में रामस्वरूप मेमोरीयल यूनिवर्सिटी के अनिशक, प्रिंस, संध्या, ज्योति, हर्षित, प्रखर समेत और छात्रों ने प्रतिभाग लिया.